बुधवार, 4 अगस्त 2010

अपने कंप्यूटर को समझें

आज कल कंप्यूटर प्रायः हर उस घर में पाया जाता हैं जहाँ पर कोई भी विद्यालय अथवा कॉलेज जाने वाला छात्र हो| प्रायः सभी लोग कंप्यूटर पर गाने सुनने, सिनेमा देखने और ई-मेल देखना जानते हैं| पर कंप्यूटर पर में यदि साधारण सी भी परेशानी आ जाए, तो उसे सुलझाना नहीं जानते| ऐसी परेशानियाँ हैं, कंप्यूटर में वाइरस आ जाना, कंप्यूटर का चालू ना होना, अत्यधिक धीमे गति से काम करना आदि| वास्तव में ऐसी साधारण परेशानियाँ बड़ी आसानी से हल हो जाती हैं| पर उसे हल करने केलिए आवश्यक है की आप अपने कंप्यूटर के हिस्सों को समझें|
अतः आज मैं आपको ऐसी परेशानियों का हल तो नहीं बताउँगा, पर आपके कंप्यूटर के अंदर क्या है, ये समझाऊँगा| साधारण समस्याओं के हल केलिए मैं इसके आगे भी लिखूंगा|
कंप्यूटर के बाहर से साधारणतः ५ हिस्से दिखते हैं:
१. मॉनिटर
२. कीबोर्ड
३. माउस
४. स्पीकर
५. कॅबिनेट
आम बोल-चाल में इन शब्दों का प्रयोग होता है और इनके हिन्दी शब्द, यदि उपलब्ध हों, तो भी हम उनसे परिचित नहीं होंगे, इस कारण से मैं इनका अँग्रेज़ी नामों का ही प्रयोग करूँगा|
मॉनिटर, कीबोर्ड, माउस और स्पीकर तो आप सभी जानते होंगे| मैं केवल इतना जोड़ना चाहूँगा की आपका कंप्यूटर आपके मॉनिटर से बिल्कुल पृथक है, आप अपने कंप्यूटर को हाथ लगाए बिना अपना मॉनिटर बदल सकते हैं और आपका कंप्यूटर वही रहेगा, उसमे कोई बदलाव नहीं आएगा|
पर ये कॅबिनेट (cabinet) शब्द आप लोगों को शायद समझ नहीं आया होगा| ये वही है जिसमे कंप्यूटर के सभी मुख्य हिस्से होते हैं| इसे कई लोग साधारण रूप से CPU भी कहते हा| पर यह भी कंप्यूटर का मुख्य हिस्सा नहीं है| बाहर से जो दिखता है वह केवल एक डब्बा होता है जो कि इस प्रकार बना होता है की कंप्यूटर के सभी हिस्से उसमें लगाए जा सकें| तो आइए देखते हैं की इस डब्बे के अंदर क्या होता है| मैं पहले ही बता दूँ की इसके अंदर कई हिस्से हो सकते हैं, पर मैं यहाँ पर केवल उनकी चर्चा करूँगा जो हर कंप्यूटर में होते हैं| ये हिस्से इस प्रकार हैं:
१. प्रोसेसर अथवा संसाधित्र (Processor)
२. मदरबोर्ड अथवा उदगम पटल(Motherboard)
३. रॅम अथवा यादृच्छिक अभिगम स्‍मृति (RAM)
४. हार्ड डिस्क ड्राइव अथवा अनम्यिका (Hard Disk Drive)
५. SMPS (कोई हिन्दी नहीं है)
इसके अलावा DVD ड्राइव भी पाया जाता है, पर उससे आप सब परिचित हैं, इसका काम केवल CD अथवा DVD चलाना होता है|
प्रोसेसर वह है जो आपके कंप्यूटर पर सारा परिकलन करता है| मैं साधारण गणित की बात नहीं कर रहा, कंप्यूटर केलिए हर निर्देश एक गणित के प्रश्न के समान है| जब आप कीबोर्ड पर कोई कुंजी दबाते हैं तो आपने कौन सी कुंजी दबाई, यह समझने केलिए भी कंप्यूटर को कुछ गणना करनी पड़ती है| माउस से किया गया क्लिक भी किस स्थान पर किया गया ये पता करने केलिए कुछ गणना/परिकलन की आवशकता होती है| ये सारा काम आपका प्रोसेसर करता है|
प्रोसेसर ऐसा दिखता है| ये मदरबोर्ड पर लगा होता है| इसके उपर इसे ठंडा रखने केलिए एक पंखा लगा होता है, इसलिए अपना कॅबिनेट खोलने पर भी ये आपको नहीं दिखेगा|
मदरबोर्ड वह वास्तु है जो उक्त सभी हिस्सों को साथ जोड़ने के काम आता है| आपका मॉनिटर, स्पीकर, कीबोर्ड और माउस भी मदरबोर्ड पर से ही जुड़े होते हैं|
रॅम एक अस्थाई स्मृति कोष है| इसमे कम्प्युटर वह आधार सामग्री सहेजता है जिसकी उसे वर्तमान समय मे आवश्यकता होती है|
 उदाहरण- जब आप MS Word पर काम कर रहे होते हैं तो जबतक आप उसे सुरक्षित नहीं करते तबतक वो रॅम पर रहता है| इसके अलावा कोई भी अनुप्रयोग जब चल रहा हो, तो उससे संबंधित सभी फाइल रॅम पर ही होते हैं जिससे वो तेज़ी से काम कर सके|

हार्ड डिस्क वह हिस्सा है जिसमे आपकी सभी फाइलें सहेज़ी जाती हैं| My Computer में दिखाई देने वाला C:, D: आदि इसी हार्ड डिस्क पर बनाए गये हिस्सों की ओर इंगित करता है| इसके बारे में मैं अपनी अगली प्रविष्टी में विस्तार में लिखुँगा|



SMPS वो हिस्सा है जो इन सभी उपकरणों तक विद्युत पहुँचाता है| हर उपकरण में एक विशेष प्रकार का पिन होता है जिससे कभी उसमे ग़लत तार ना लगे (क्योंकि हर उपकरण की विद्युत आवश्यकता अलग होती है)|
इन सभी हिस्सों को कैबिनेट के अन्दर लगाया जाता है| अपना कैबिनेट खोलने पर आप इन सभी हिस्सों को पहचान सकेंगे| पर ध्यान रहे, कंप्यूटर को बंद किये बिना अपना कैबिनेट कभी न खोलें, इससे आपको बिजली के झटके लग सकते हैं|
तो अपने कंप्यूटर को भली प्रकार से समझने हेतु अपना कैबिनेट खोल कर देखें और इन सभी हिस्सों को पहचानें| और अगली प्रविष्टी की प्रतीक्षा करें|

रविवार, 25 अप्रैल 2010

Thunderbird द्वारा ई-मेल प्राप्त करें

अपने परिवार एवं मित्रगणो से जुड़े रहने केलिए ई-मेल एक महत्वपूर्ण माध्यम बन गया है| पर इसकी वास्तविक उपलब्धि तो व्यवसाय जगत की पहली पसंद बन जाना है| व्यवसाय जगत में प्रतियोगिता इतनी बढ़ गयी है की कोई भी व्यक्ति पत्रों के पहुँचने की प्रतीक्षा नहीं कर सकता है| ऐसे में ई-मेल तेज़ और सुरक्षित तरीके से पत्र पहुँचने का सबसे अच्छा माध्यम बन कर उभरा है| अतः बहुत सारे लोग ऐसे हैं जिन्हे प्रतिदिन कई सारे ई-मेल आते और भेजने होते हैं| ऐसे लोगों केलिए ही बना है Thunderbird जैसा सॉफ़्टवेयर जिन्हें हम ई-मेल क्लाइंट कहते हैं|
अपने ब्राउज़र पर हर ई-मेल को एक एक कर खोलने और पढ़ने में बहुत समय लागत है| जिन व्यक्तियों के पास कई सारे पत्र पहुँचते हों, उनके लिए ये तरीका सही नहीं है| Thunderbird आपके सारे ई-मेल को आपके कंप्यूटर पर डाउनलोड कर लेता है जिसके पश्चात आप उसे जब चाहे पढ़ सकते हैं|
Thunderbird के बारे में बताने से पहले थोड़ी जानकारी ई-मेल के बारे में| आपको जब कोई ई-मेल भेजता है तो वह पहले आपके ई-मेल सेवा प्रदाता के सर्वर पर आता है| उसके बाद जब आप वो पत्र पढ़ना चाहते हैं तो आप उसे सर्वर से पढ़ते हैं| सर्वर से संयोजित होने के साधारणतः ३ तरीके हैं| एक जिस पारकार से आप ब्राउज़र से अपने पत्रों को खोलते हैं, दूसरा POP जो की ई-मेल क्लाइंट से होता है और पत्र आपके कंप्यूटर पर डाउनलोड हो जाते हैं और तीसरा IMAP जो होता तो ई-मेल क्लाइंट से ही है पर इसमें आपके पत्र आपके कंप्यूटर पर डाउनलोड नहीं होते हैं| POP और IMAP के द्वारा संयोजित करने केलिए आपको सर्वर सेटिंग्स जानना होगा जो की साधारणतः आपको वेबसाइट पर सहायता केन्द्रा में मिल जाएँगे| ये भी जान लेना आवश्यक है कि सभी सेवा प्रदाता ये सुविधा नहीं देते और कुछ स्थानों पर इसके लिए कुछ शुल्क भी लिया जाता है|
Gmail जो की अत्यधिक प्रचलित ई-मेल सेवा है, उसमे ये सुविधाएँ निःशुल्क हैं| अतः मैं Gmail का उदाहरण ले कर लिखूंगा|
सबसे पहले Gmail के सेटिंग्स में जाकर Forwarding & POP में जाएँ| वहाँ पर Enable POP को चिन्हित कर के सेटिंग्स सहेज लें| उसके पश्चात thunderbird खोलें| Thunderbird जब पहली बार खुलेगा तो आपसे ई-मेल पता पूछ कर सर्वर सेटिंग ढूँढने का प्रयत्न करेगा| न मिलने पर Stop पर क्लिक कर manual setup पर क्लिक करें और स्वयं सेटिंग डाल दें|
सेटिंग सही होने पर आपके पत्र सर्वर से डाउनलोड हो जाएँगे| इसके बाद आपको जब भी अपने नये पत्र देखने हों, thunderbird खोलें और थोड़ी देर प्रतीक्षा करें| आप इंटरनेट से संयोजित न होने पर भी पहले डाउनलोड किए हुए पत्रों को पढ़ सकते हैं और पत्र लिख सकते हैं यद्यपि इन्हें भेजने हेतु संयोजन आवश्यक है|
Thunderbird का अधिभारण यहाँ से करें: http://www.mozillamessaging.com/en-US/thunderbird| इससे संबंधित किसी भी प्रश्न केलिए टिप्पणी लिखें|
एक बात मैं यहाँ पर बताना चाहूँगा| Thunderbrid बांग्लादेश की भाषा बांग्ला और श्री लंका की भाषा तमिल में उपलब्ध है पर भारत की भाषा हिन्दी में नहीं| ये हमारी भाषा में घटती रूचि और दुर्बल होती हिन्दी भाषा का संकेत है| कृपया हिन्दी भाषा को इस प्रकार कमजोर ना पड़ने दें| इसका लुप्त होना संसार केलिए बहुत दुख की बात होगी| इसे बचाए रखने केलिए आप जो भी कर सकते हैं करें|

रविवार, 24 जनवरी 2010

DoCoMo सेवा के संग Opera mini का प्रयोग करें


आज कल हम समाचार पत्रों और इंटरनेट पर पढ़ते रहते हैं की मोबाइल पर इंटरनेट वहनीय तकनीक में क्रांति ला देगा अथवा देश के युवा मोबाइल पर इंटरनेट से बड़े तरीके से जुड़ रहे हैं आदि| वास्तव में मोबाइल पर इंटरनेट का प्रयोग करने वालों को भी नहीं पता है की Opera Mini का प्रयोग कितना लाभप्रद होता है| और दुर्भाग्यवश जिन्हे पता है भी, वे भी इसका प्रयोग नहीं कर पा रहें हैं| होता यह है की आपके सेवा प्रदाता के तरफ से आपको अपने मोबाइल पर केवल एक सीमित पहुँच मिलती है| हालांकि कई बार असीमित पहुँच केलिए भी सेवाएं उपलब्ध होती हैं, पर इसके बारे में ग्राहक सेवा अधिकारियों को भी पता नहीं होता है|
हाल ही में जब कलकत्ता में DoCoMo ने अपनी सेवाएं आरंभ की तो मेरे कुछ मित्रों को उसमे ओपेरा मिनी का प्रयोग करने का तरीका नहीं मिला| अतः मैंने सोचा क्यूँ न मैं ही इसका हल ढूँढने का प्रयास करूँ| ग्राहक सेवा प्रतिनिधि से बात करके कोई लाभ न हुआ| तब मैंने उसके website पर देखा| अनुप्रयोगों से इंटरनेट संयोजित करने केलिए DoCoMo का अलग access point है| इसे चालू करने केलिए आप INTERNET लिख कर 52270 पर संदेश भेज दें| जो सेटिंग आएँ उन्हे सहेज लें|
Airtel के उपभोक्ता LIVE लिख कर 52567 पर भेज सकते हैं| जो सेटिंग आएँ उन्हे सहेज लें|
जिन्हे अब भी न पता हो उनके लिए: जब आप अपने मोबाइल पर Opera Mini की सहता से कोई भी website खोलते हैं तो उसे पहले Opera Mini के सर्वर पर छोटा किया जाता है| इस प्रक्रिया को compress करना कहते हैं| इससे आपके पैसे भी बचते हैं और website जल्दी खुलता है|

मंगलवार, 29 दिसंबर 2009

अपने डेस्कटॉप को प्रबंधित करें

आज कल लोगों पर काम का बहुत दबाव रहता है| समय एक दिन का होता, है काम तीन दिनों का! अतः हर कोई एक साथ कई काम करने में विश्वास रखता है| पर कई बार कमप्यूटर पर एक साथ बहुत सारे काम करने से हम खो से जाते हैं| कितने फ़ाइल, कितने अनुप्रयोगों में कितने विंडोज में खुला है इसका ध्यान रख पाना कठिन हो जाता है| अतः प्रस्तुत है कुछ अनुप्रयोग जो आपकी इस समस्या का समाधान कर सकते हैं|
Taskbar Shuffle: जब हम कोई अनुप्रयोग खोलते हैं तो विंडोज के टास्क पट्टी पर उसका टैब सबसे दाहिने ओर रखा जाता है| हालांकि हम प्रायः ऐसा नहीं चाहते| एक से काम करने वाले टैब एक साथ होने से अधिक सुविधा होती है| दुर्भाग्यवश विंडोज XP और Vista में हम ऐसा नहीं कर सकते| विंडोज 7 में इस समस्या का समाधान कर दिया गया है| अतः XP और Vista का प्रयोग करने वालों केलिए Taskbar Shuffle  इस समस्या को हल कर सकता है| यह न केवल टास्क पट्टी के टैब को प्रबंधित करना संभव करता है, बल्कि System Tray (घड़ी के बाईं ओर वाल स्थान) में भी अनुप्रयोगों के Icon का स्थान परिवर्तित कर सकता है|
Virtua Win: अब यदि आप कई सारे विंडोज एक साथ खोलने के आदि हैं तो शायद Taskbar Shuffle भी आपकी सहायता नहीं कर पाएगा क्योंकि टास्क पट्टी पर स्थान सीमित होता है| अतः आपको आवश्यकता है Virtua Win की| इसकी सहता से आप दो या दो से अधिक डेस्कटॉप पर साथ में काम कर सकते हैं| आप किसी भी डेस्कटॉप पर कभी भी जा सकते हैं| इस अनुप्रयोग को आरंभ कर के tray के icon पर दाहिना क्लिक करिये| यहाँ से आप अगले अथवा पिछले डेस्कटॉप पर जा सकते हैं| आप किसी खुले अनुप्रयोग को एक से दूसरे डेस्कटॉप पर ले जा सकते हैं, इसके लिए विंडो के सिर्षक पट्टी पर मध्य क्लिक करिये|
TClock: जब आप अपनी कार्यक्षमता में वृद्धि करने का प्रयत्न कर रहे हैं तो समय का ध्यान रखना अच्छा रहेगा| TClock की सहता से आप विंडोज में समय दिखाने के तरीके को परिवर्तित कर सकते हैं जिससे की आप समय, तिथि आदि को अधिक स्पष्ट रूप से देख पायेंगे| इसमें आप अलार्म और टाइमर भी लगा सकते हैं| आप इसमें और बहुत कुछ कर सकते हैं, पर मैं उनके बारे में पता लगाने का दायित्व आप पर छोड़ता हूँ!
एक संकेत देता हूँ, TClock जब चल रहा हो तब समय पर दाहिना क्लिक कर TClock Properties में जायें|

गुरुवार, 17 दिसंबर 2009

Prio से अपने कंप्यूटर को सुरक्षित करें

हममें से अधिकतर लोग विन्डोज के टास्क मैनेजर से परीचित हैं। ये हमारे काम तभी आता है जब कोई अनुप्रयोग काम करना बन्द कर देता है और उसे बन्द करना भी संभव नहीं होता। पर Prio का संस्थापन करने के पश्चात टास्क मैनेजर अधिक काम का अनुप्रयोग बन जाता है।
Prio का संस्थापन करने से टास्क मैनेजर में Services (सेवाएँ) और TCP/IP (इन्टरनेट) नामक दो तैब आ जाते हैं। जिस प्रकार आप Task टैब में किसी भी अनुप्रयोग के नाम पर दाहिना क्लिक कर के उससे सम्बन्धित प्रक्रिया पर जा सकते हैं उसी प्रकार Prio के होने से आप किसी भी प्रक्रिया के नाम पर दाहिन क्लिक कर के उससे सम्बन्धित सेवा पर जा सकते हैं। इससे आप यह पता लगा सकते हैं कि कौन सी प्रक्रिया आप केलिए अनावश्यक है। जैसे कि यदि आप के कंप्यूटर के साथ प्रिंटर नहीं जुड़ा है तो spoolsvc.exe आप के काम का नहीं है। किसी प्रक्रिया के उपर माउस ले जाने से आपको उस प्रक्रिया का विवरण और साथ में उससे संबंधित फाइल की जानकारी आपको दिखाई जाएगी। इससे आप पता लगा सकते हैं की कोई प्रक्रिया आप जो समझ रहे हैं वही है अथवा किसी अनचाहे अनुप्रयोग से संबंधित है।

TCP/IP टैब में आप पता लगा सकते हैं कि आपका इंटरनेट संयोजन किस प्रक्रिया द्वारा प्रयोग किया जेया रहा है। अतः आपके कंप्यूटर में यदि कोई अनचाहा अनुप्रयोग है जो आपका इंटरनेट संयोजन प्रयोग में ला रहा है तो आप इसका पता लगा सकते हैं।
तो यदि आपके कंप्यूटर के धीरे चलने का कारण आप पता नहीं लगा पा रहे हैं तो अभी Prio का संस्थापन करें और पता लगाएँ।
ध्यान दें: यदि आप किसी सेवा के बारे में विस्तरित जानकारी चाहते हैं तो Start> Run में जाएँ और services.msc लिख कर OK पर क्लिक करें। यहाँ यहाँ किसी भी सेवा पर क्लिक करने से बाईं ओर उपर की तरफ उसका विवरण दिखाया जाएगा।
यदि आप किसी प्रक्रिया की बारे में जानना चाहते हैं तो processlibrary.com पर जा कर उस प्रक्रिया का नाम लिखें। आप को उसका विवरण दिखाया जाएगा।